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Tuesday, 13 May 2014

अपने प्रत्येक कर्म के प्रति सजग रहो।

एक बालक अपनी दादी मां को एक पत्र लिखते हुए देख रहा था।
अचानक उसने अपनी दादी मां से पूंछा,
" दादी मां !" क्या आप मेरी शरारतों के बारे में लिख रही हैं ?
आप मेरे बारे में लिख रही हैं, ना "